ज्योर्तिमठ। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ के एडूसेट सभागार में *भारतीय नारी का जीवन और उसके विकास की सही दृष्टि* विषय पर एक सारगर्भित विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें नारी के जीवन के विभिन्न आयामों पर चर्चा की गई।
नारी शक्ति की प्रतीक के रूप में बोलते हुए बतौर मुख्य अतिथि महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर
प्रीति कुमारी ने महाविद्यालय परिवार को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी नारी के विकास की कहानी होगी और प्रत्येक नए दिन के साथ नारी को लेकर समाज के दृष्टिकोण में बदलाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, अधिकारों के प्रति जागरूकता, आर्थिक आत्मनिर्भरता और अपने स्वाभिमान को लेकर सहज नारी ही नए भारत के विकास की कहानी लिख सकती है । प्राचार्य ने कहा कि आज देश विदेश में समाज जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जिसमें महिलाएं विकास और सफलता की नई कहानी न लिख रहीं हों ।
देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नंदन रावत ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का सारगर्भित परिचय दिया । बीज व्याख्यान देते हुए डॉ. चरणसिंह केदारखंडी ने *श्रीमाँ की दृष्टि में नारी शक्ति* विषय पर अपने विचार रखे और लैंगिक समानता, सच्चा मातृत्व, नारी शरीर को लेकर संतुलित दृष्टि पर माताजी के विचारों की मीमांसा की। केदारखंडी ने कहा कि नारी शक्ति की जंग केवल अपने स्वाभिमान के प्रति सजग नारी ही लड़ सकती है और भारतीय समाज को भी स्त्री तत्व को लेकर अपना दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है। नारी को बाज़ार की उन साजिशों को भी समझना होगा जो उसे केवल विज्ञापन का सामान बनाकर सीमित करना चाहतीं हैं।
डॉ. शैलेन्द्र सिंह रावत और डॉ. किशोरी लाल ने नारी शक्ति पर सुंदर स्वरचित कविताओं का पाठ किया। समोंण फेडरेशन की अध्यक्ष अनिता पँवार ने कहा कि नारी को व्यक्तिगत और सामाजिक जंजीरों को तोड़कर आगे आना होगा और समाज की सोच बदलनी होगी। प्राचार्य द्वारा नारी शक्ति के प्रतीक के रूप में स्थानीय उद्यमी श्रीमती पुष्पा भुजवाण का सम्मान किया गया ।
छात्र शक्ति की ओर से महिलाओं के जीवन, संघर्ष और सफलता की कहानियों पर विशाखा, आईशा, अनुपमा और अंकेश रावल ने विचार रखे। डॉ. मोनिका सती के सफल संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता सुमेधा भट्ट, डॉ. जी. के. सेमवाल, डॉ. राहुल तिवारी, डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया, डॉ. पवन कुमार, डॉ. नवीन कोहली, डॉ. धीरेंद्र सिंह डुंगरियाल, रणजीत सिंह राणा, हरीश नेगी, जगदीश लाल, शिव सिंह, मुकेश सिंह , अजय सिंह, पुष्कर लाल, अनिता, नंदी आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर महाविद्यालय की ओर से मेंहदी और रंगीली प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ जिसमें मेंहदी प्रतियोगिता में अनीता ने प्रथम, मोनिका ने द्वितीय और बबीता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में अनुपमा ने प्रथान स्थान, तनुजा और निकिता ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान और सुमन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस आयोजन को राष्ट्रीय सेवा योजना, महिला शिकायत निवारण प्रकोष्ठ और आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ ने संयुक्त रूप से आयोजित किया।
मातृ शक्ति के सम्मान में समोंण फेडरेशन से जुड़ी महिलाओं ने सुंदर लोकनृत्य की प्रस्तुति भी दी।।