16 जुलाई 2025
ज्योतिर्मठ। चातुर्मास्य व्रत के अन्तर्गत विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी उत्तराम्नाय ज्योतिर्मठ मे शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज के आशीर्वाद से लगातार दो महीने श्रावण और भाद्रपद में अनेकों कथाएं होंगी । उसी क्रम में आचार्य सीताशरण जी महाराज के द्वारा विगत पांच दिनों से धेनुमानस गौकथा पर सरस और विद्वत्तापूर्ण प्रवचन दिया जा रहा था ।
ज्ञातव्य हो कि शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज इन दिनों गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करवाने तथा भारतभूमि के ऊपर से सम्पूर्ण गौहत्या बन्द कराने के लिए देशव्यापी आन्दोलन कर रहे हैं ।
वीडियो सन्देश के माध्यम से शंकराचार्य जी ने सभी भक्तों को अपना आशीर्वाद दिया और ऐसे ही सदा श्रवण धर्म को जीवन में उतारने की प्रेरणा दी ।
कथा के मुख्य यजमान कृष्णमणि थपलियाल और उनकी पत्नि राखी थपलियाल एवं ओमप्रकाश थपलियाल, सुमन थपलियाल, ने विधि-विधान के साथ समस्त वैदिक विधि को सम्पन्न किया साथ ही कथा समापन के अवसर पर सभी भक्तों के लिए विशाल भण्डारा का आयोजन किया ।
इस आयोजन में जिनका सदा मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है और जो ज्योतिर्मठ में चातुर्मास्य व्रत कर यहे हैं दण्डीस्वामी सदाशिव ब्रह्मेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज ने सभी भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया । साथ इस उपस्थित रहे व्यवस्थापक विष्णुप्रियानन्द ब्रह्मचारी जी, आचार्य कुशलानन्द बहुगुणा जी, पीठ पुरोहित आनन्द सती जी, माधवप्रसाद सेमवाल जी, महिमानन्द उनियाल जी, जगदीश उनियाल जी, नन्दादत्त सिलोडी जी, अभिषेक बहुगुणा जी, हिमांशु बहुगुणा जी, विजय सती जी आदि उपस्थित रहे ।