ज्योतिर्मठ । 21 अगस्त 2025 । एनटीपीसी परियोजना के उपनल कर्मचारियों ने एनटीपीसी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आंदोलन शुरू कर दिया है। उपनल कर्मचारियों का आरोप है कि एनटीपीसी परियोजना में उपनल के माध्यम से कार्यरत 17 सफाई कर्मचारियों का टेंडर दिनांक 13 अगस्त 2025 को समाप्त हो गया। एनटीपीसी प्रबंधन ने इस टेंडर को आगे नहीं बढ़ाते हुए प्रथम ओपन टेंडरिंग प्रक्रिया के तहत कार्य किसी अन्य ठेकेदार को सौंप दिया।
एनटीपीसी के इस निर्णय का सभी 125 उपनल कर्मचारियों ने कड़ा विरोध जताया है। कर्मचारियों का कहना है कि वे लंबे समय से नियमित रूप से सेवाएँ दे रहे हैं और अचानक टेंडर समाप्त करने का निर्णय न केवल उनके साथ अन्याय है बल्कि उनके परिवारों के जीवन-यापन पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।
कहा कि गुरुवार को जोशीमठ के जनप्रतिनिधियों ने एनटीपीसी अधिकारियों से कर्मचारियों की ओर से वार्ता की, किंतु प्रबंधन ने साफ शब्दों में उपनल के माध्यम से पूर्ववत नियुक्ति देने से इंकार कर दिया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष संतोष पंत एवं नगर पालिका ज्योतिर्मठ के सभासद प्रवेश डिमरी, प्रदीप भट्ट, राजेश्वरी देवी भंडारी,सुशील पंवार, ललिता देवी, साथ ही ढाक ग्राम सभा के प्रधान मोहन बेंजवाल उपस्थित रहे और कर्मचारियों का समर्थन किया। उपनल के माध्यम से कार्यरत सफाई कर्मचारियों में प्रमुख रूप से विनोद बागड़ी, प्रमोद कुमार, नन्नू सिंह, छोटेलाल, सुंदर सिंह आदि सम्मिलित हैं। उपनल कर्मचारियों में शिवप्रसाद सकलानी, अजय रतूड़ी, हिम्मत नेगी, प्रदीप पंवार, अशिष बिष्ट, नरदेव, महिपाल, जगत भुजवांण, प्रदीप साईं, सूरज सिंह एवं महिला कर्मचारियों में संगीता नंबूरी, पिंकी डिमरी, पूनम भूजवान, आरती, मंजू, रेनू, नेहा आदि सक्रिय रूप से इस आंदोलन में जुड़े हुए हैं। कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी सेवाएँ बहाल नहीं की गईं तो आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा और यह संघर्ष निरंतर जारी रहेगा
वहीं एनटीपीसी ने भी अपना पक्ष रखते हुए एनटीपीसी प्रबंधन के वरिष्ठ सहायक अधिकारी नैगमिक संवाद राजेंद्र सिंह जयाडा ने कहा कि तपोवन विष्णुगाड हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में संविदा पर कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों की संविदा दिनांक 13.08.2025 को समाप्त हो गई है। जिसके बाद इस कार्य के लिए ओपन टेंडर में चयनित हुई एजेंसी को यह कार्य दिया गया है। यह टेंडर प्रक्रिया सीपीएसई के नियमों के तहत की गयी है।
इन सभी सफाई कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें उपनल के माध्यम से ही संविदा पे रखा जाय। और इस मांग को लेकर सफाई कर्मचारियो के साथ साथ उपनल संविदा पर कार्य कर रहे अन्य ऑफिस सविदा कर्मी एवं परियोजना के अन्य स्थानों पर कार्य कर रहे संविदा कर्मी भी हड़ताल पर चले गए हैं।
इस विषय पर एनटीपीसी प्रबंधन का पक्ष यह है कि सहायक कर्मचारियों की यह संविदा सरकारी नियमों पर आधारित प्रक्रिया के आधार पर ही ओपेन टेंडर से निकली गई है और नियमों के विरुद्ध इस प्रक्रिया से बाहर जाना एनटीपीसी प्रबंधन के लिए अत्यंत कठिन होगा।
जहां तक कर्मचारियों के हितों की बात है, एनटीपीसी प्रबंधन इस बात के लिए प्रतिबद्ध रहेगी कि एनटीपीसी के अंतर्गत कार्य कर रहे सभी संविदा कर्मियों के हितों (वेतन आदि) का पूर्ण ध्यान रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि इन सभी संविदाकर्मियों की सेवाएँ भी यथावत बनी रहें।