ज्योर्तिमठ।जोशीमठ बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग आखिरकार चार दिन बाद लगभग 84 घंटे के बाद शुक्रवार देर शाम को सभी वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल हो गया। और चार दिनों से जोशीमठ में फंसे 3 हजार से अधिक यात्री शुक्रवार देर शाम ही अपने अपने गंतव्य की ओर निकल पड़े।
वहीं BRO के मेजर प्रतीक कालरा ने एक प्रेस वार्ता कहा कि सड़क खोलने में BRO की टीम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। चट्टान टूटने से राष्ट्रीय राजमार्ग पर पत्थर के बड़े-बड़े बोल्डर आ गए जोकि बिना ब्लास्ट के मुमकिन नहीं था।ड्रिलिंग के लिए गई मशीन भी चट्टान से दुबारा पत्थर गिरने से टूट गई जिससे ऑपरेशन और चुनौती पूर्ण हो गया। बीच बीच में चट्टान से पत्थर भी गिरते रहे कई बार BRO के मजदूरों ने भाग कर अपनी जान बचाई। जिससे मार्ग खोलने में ज्यादा समय लगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग बहाल होते ही उन्होंने अपनी पूरी टीम, ऑपरेटर एवं मार्ग खोलने में जुटे सभी अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज बड़ी खुशी हो रही है कि चार दिन से फंसे हुए लोग अपने-अपने घरों को वापस जा रहे हैं।
वहीं उप जिला अधिकारी जोशीमठ चंद्रशेखर वशिष्ठ ने कहा कि 9 तारीख को जब बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चट्टान टूटने से बंद हुआ और 10 तारीख को जोशीमठ क्षेत्र में विधानसभा के उपचुनाव होने थे कई पोलिंग बूथ पार्टियों को जोशीमठ क्षेत्र के दूरस्थ गांव में पहुंचना था तब यह भी एक चुनौती बन गई थी। फिर भी उन्हें समय से पहुंचाने की व्यवस्था की गई। जोशीमठ में रुके यात्रियों के लिए प्रशासन द्वारा भी रहने एवं भोजन की व्यवस्था की गई ।