आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर समाज ही नए भारत की नींव रखेगा- समोंण फाउंडेशन ज्योतिर्मठ

ज्योतिमठ। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में चल रहे 12 दिवसीय देवभूमि उद्यमिता योजना की कार्यशाला में बतौर मास्टर ट्रेनर्स के रूप में बोलते हुए समोंण फाउंडेशन जोशीमठ की अध्यक्ष श्रीमती अनीता पँवार और श्रीमती सुमेधा भट्ट ने प्रशिक्षु छात्र- छात्राओं को मशरूम उत्पादन, स्थानीय त्योहार व्यंजन अरसे, लड्डू और धूप अगरबत्ती बनाने के सम्बंध में उपयोगी जानकारी और व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। उर्गम घाटी के प्रसिद्ध हस्त शिल्पकार श्री धर्म लाल न

प्रशिक्षुओं को हस्त शिल्प कला की बारीकियों से परिचित किया और कहा कि बढ़ते पर्यटन उद्योग के कारण कला और कौशल के क्षेत्र में युवाओं का भविष्य उज्ज्वल है। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. जी. के. सेमवाल ने कहा कि आर्थिक विकास किसी भी समाज का न केवल जीवन और शैक्षिक स्तर ऊंचा उठाता है बल्कि नई बौद्धिक संस्कृति को भी जन्म देता है। उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नंदन रावत ने कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर उद्यमिता के क्षेत्र में प्रेरक व्यक्तित्वों को कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर और मेंटर के रूप में आमंत्रित किया जा रहा है। इस अवसर पर , डॉ. किशोरी लाल, डॉ. राहुल मिश्रा सहित अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यशाला में 40 छात्र-छात्राएं उद्यमिता का प्रशिक्षण ले रहे हैं।

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