गुरुकुल महाविद्यालय का होगा विस्तार, नई बिल्डिंगों में मिलेगी आधुनिक शिक्षा, पतंजलि की आचार्यकुलम् की शाखा खुलेंगी, रक्षा मंत्री के साथ अनेक शिक्षाविदों की उपस्थितों में होगा शिलान्यास

नीरज कुमार
हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ के 29वें स्थापना दिवस, महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200वीं जयन्ती एवं गुरुकुल के संस्थापक स्वामी दर्शनानन्द की जयन्ती के अवसर पर पतंजलि योपगीठ विशालतम गुरुकुल ‘पतंजलि गुरुकुल’ का शिलान्यास करने जा रहा है। गुरुकुल में पूर्ववत की भांति 2000 रुपये मासिक में बच्चों को हॉस्टल में रखकर शिक्षा दी जाएगी।
प्रेसवार्ता कर योगगुरु स्वामी रामदेव ने बताया कि स्वामी दर्शनानन्द द्वारा 118 वर्ष पूर्व 3 बीघा भूमि, 3 ब्रह्मचारी तथा 3 चवन्नी से प्रारंभ किए गए गुरुकुल का नाम हमने स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर रखा है। जो शिक्षा की क्रांति का बड़ा केन्द्र होगा। स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि गुरुकुल ज्वालापुर की भूमि से एक नया इतिहास, नया कीर्तिमान रचा जाएगा। 6 जनवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुकुल का शिलान्यास करेंगे। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, एमिटी ग्रुप के चेयरमैन डा. अशोक चैहान सहित आर्य समाज के विद्वान, विभिन्न गणमान्य, भजनोपदेशक और संन्यासी, हरिद्वार के सभी आचार्य महामण्डलेश्वर और संत महात्मा शामिल रहेंगे।
उन्होंने बताया कि स्वामी दर्शनानंद गुरूकुल महाविद्यालय से तीन बड़े प्रकल्प संचालित किए जाएंगे। जिसमें पहला लगभग 250 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला 7 मंजिला भव्य पतंजलि गुरुकुलम् होगा। इस गुरुकुल में लगभग 1500 विद्यार्थियों की आवासीय व्यवस्था होगी। इसके अतिरिक्त यहां लगभग 250 करोड़ की लागत से आचार्यकुलम् की शाखा स्थापित की जाएगी जिसमें लगभग 5000 बच्चे डे-बोर्डिंग का लाभ ले सकेंगे। साथ ही यहाँ महर्षि दयानन्द अतिथि भवन बनाने की भी योजना है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि यहाँ बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ वह सभी संस्कार दिए जाएंगे जिससे वे अपनी संस्कृति व अपनी जड़ों से जुड़ सकें। पूरे देश में सनातन के गौरव का कालखण्ड चल रहा है। एक ओर सनातन का बोध, भारत का बोध और दूसरी तरफ आधुनिक विषयों का बोध, यानि देश की सर्वश्रेष्ट आध्यात्मिक शिक्षा, सनातन की शिक्षा, भारत बोध, चरित्र निर्माण के साथ राष्ट्र निर्माण का, गौरव व स्वाभिमान का भाव बच्चों के भीतर जागृत किया जाएगा।
स्वामी रामदेव ने कहा कि यहाँ श्रेष्ठतम आधुनिक शिक्षा और श्रेष्ठतम प्राच्य विद्या दोनों का संगम होगा। हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत से लेकर कम से कम विश्व की 5 भाषाओं का बोध पतंजलि गुरुकुलम् व आचार्यकुलम् के बच्चों को होगा।
उन्होंने कहा कि चौहान समाज के लोगों ने गुरुकुल की सुरक्षा करने में बड़ी भूमिका अदा की है, अतः यहां सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। स्वामी रामदेव ने बताया कि गुरूकुल 1 से 2 वर्ष के भीतर एक कम्यूनिटी सेन्टर बनाया जाएगा जिसका लाभ हरिद्वार के लोगों को मिलेगा।
प्रैसवार्ता के दौरान पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण महाराज, पतंजलि ग्रामोद्योग के महामंत्री डा.यशदेव शास्त्री, पतंजलि फूड्स लि. के एमडी रामभरत, पतंजलि विश्वविद्यालय की कुलानुशासिका साध्वी देवप्रिया, आचार्यकुलम् की उपाध्यक्षा ऋतम्भरा, क्रय समिति की अध्यक्षा अंशुल, संप्रेषण विभाग प्रमुख पारूल, भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह, पतंजलि योग समिति के मुख्य केन्द्रीय प्रभारी राकेश ‘भारत’ व स्वामी परमार्थदेव, पतंजलि योगपीठ के मुख्य महाप्रबंधक ब्रिगेडियर टीसी मल्होत्रा, उपाध्यक्ष-प्रोजेक्ट एण्ड इंफ्रास्ट्रक्चर शिवा प्रसाद गौरू, अनिल चौहान, छत्रपाल चौहान आदि उपस्थित रहे।

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