चमोली। 10 नवम्बर। जनपद पिथौरागढ़ के धारचूला ब्लॉक के गंजी नाभि कुटी जूलिंग तथा नाभि डांग* मार्ग में 2 नवम्बर को आयोजित उत्तराखंड परिक्रमा रन *हाई एल्टीट्यूड मैराथन 2025* के सफल आयोजन की भांति अब जनपद चमोली के *नीती घाटी में भी हाई एल्टीट्यूड मैराथन रन* का आयोजन उत्तराखंड सरकार द्वारा किया जाना प्रस्तावित है।आज *माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी* जी द्वारा नीती घाटी में होने वाले *हाई एल्टीट्यूड मैराथन रन का *लोगो नीती एक्ट्रीम अल्ट्रा रन लॉन्च किया गया,* नीति घाटी जनपद चमोली में स्थित है और यह उत्तराखंड के उत्तरी क्षेत्र में 11,811 फीट की ऊंचाई पर है। यह चीनी सीमा के बेहद करीब है। Extreme Ultra Run दुनिया के सबसे कठिन अल्ट्रा मैराथन रेसों में से एक है, जिसमें बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियाँ होती है।उत्तराखंड में हाल ही में एक ऐतिहासिक Extreme Ultra Run (अल्ट्रा मैराथन) आयोजित हुई,जो राज्य की पहली उच्च हिमालयी अल्ट्रा मैराथन थी। यह प्रतियोगिता अद्वितीय परिस्थितियों और लगभग 14,000 फीट से भी अधिक की ऊंचाई पर आयोजित हुई।आयोजन के मुख्य तथ्य यह अल्ट्रा मैराथन “Adi Kailash Parikrama Run” के नाम से 2 नवम्बर 2025 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की आदि कैलाश घाटी में आयोजित हुई।आयोजन की ऊंचाई लगभग 14,000 फीट थी, जो दुनिया के सबसे ऊंचे और सबसे चुनौतीपूर्ण मैराथन स्पॉट्स में से एक है। इसमें 22 राज्यों से लगभग 580 धावकों ने भाग लिया, जिनकी उम्र 15 से 60 साल थी। तापमान माइनस 9 से लेकर माइनस 14 डिग्री सेल्सियस था, जिससे यह दौड़ और भी अधिक चुनौतीपूर्ण हो गई।दौड़ को पांच श्रेणियों (60 किमी, 42 किमी, 21 किमी, 10 किमी, 5 किमी) में बांटा गया था। इसका मकसद उच्च हिमालयी इलाकों में साहसिक, पर्यटन और स्थानीय जीवन को बढ़ावा देना है।
वहीं सीमा जागरण मंच चमोली के जिला संयोजक पुष्कर सिंह राणा ने कहा कि इस तरह के आयोजन से बॉर्डर विलेजेज़ में सालभर आर्थिक गतिविधियाँ और युवाओं को खेलों की प्रेरणा मिलेगी।

