ज्योतिर्मठ । जोशीमठ नगर क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के निवारण को लेकर नगर पालिका के सभासदों ने शनिवार को उप जिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया ज्ञापन में लिखा कि जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-स्खलन आपदा के पश्चात नगर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हुई हैं, जिनका समाधान किया जाना अत्यंत आवश्यक है। जिसमें प्रमुख रूप से
नगर क्षेत्र में कई भवनों का सर्वे नहीं हुआ है, जिसके लिए CBRI टीम द्वारा पुनः सर्वेक्षण कराया जाए। नगर क्षेत्र में क्षतिग्रस्त भवनों, जैसे—पक्के भवन, गौशालाएं व टिनशेड आदि का मूल्य निर्धारण कर मुआवजा प्रदान किया जाए। प्रभावित क्षेत्र में भवन निर्माण हेतु प्रस्तावित स्थानों का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्य की अनुमति दी जाए। जोशीमठ में स्थायी पुनर्वास हेतु पर्याप्त भूमि चयन कर शीघ्र स्थायी पुनर्वास की कार्रवाई की जाए।
प्रभावित क्षेत्रों में अति महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों और भवनों का शीघ्र मूल्यांकन कर पुनर्निर्माण की अनुमति दी जाए। नगर क्षेत्र के नजदीक नाले के किनारे पर सुरक्षा दीवार का कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। ऐसे प्रभावित भवनों का मूल्यांकन जो बिक चुके हैं, उनके मूल्य का निर्धारण कर मुआवजा प्रदान किया जाए।
साथ ही प्रधानमंत्री एवं राज्य आपदा मद से उन सभी प्रभावित भवनों को सम्मिलित कर उचित मुआवजा प्रदान किया जाए, जिन पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इन सभी समस्याओं पर शीघ्र कार्यवाही कर समाधान करने की मांग उठाई।
वही उपजलाधिकारी जोशीमठ चंद्रशेखर वशिष्ठ कहा कि नगर पालिका के सभासदों द्वारा नगर हित में उठाई गई सभी जायज मांगों का अति शीघ्र समाधान कर कार्यवाही की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में ज्योतिर्मठ नगर क्षेत्र के सभासद सौरव राणा, राजेश्वरी भंडारी, ललिता देवी, सुशील पंवार, प्रदीप भट्ट, सुनीता देवी, प्रवेश डिमरी,जयदीप मंद्रवाल एवं दीपक शाह मौजूद रहे।