प्रति वर्ष परम्परानुसार कपाट मंगलम् के अवसर पर शंकराचार्य जी होते हैं शामिल।
25 नवम्बर बदरीनाथ धाम, चमोली, उत्तराखंड । चारों धामों में श्रेष्ठ धाम बदरीनाथ धाम की इस वर्ष की ग्रीष्मकालीन यात्रा आज सम्पन्न हुई । आज से मनुष्यों की पूजा इस स्थल पर सम्पन्न हुई अब शीतकाल में भगवान बदरीविशाल की पूजा स्वयं से देवऋषि नारद जी करेंगे । 
भगवान बदरीविशाल जी की शीतकालीन पूजा ज्योतिर्मठ के नृसिंह मंदिर में परसों मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी से आरम्भ होगी । कल शुभ मुहूर्त में भगवान की डोली पाण्डुकेश्वर जाएगी वहां रात्रि-विश्राम करने के बाद शंकराचार्य जी की डोली ज्योतिर्मठ पहुंचेगी । 
आज मध्याह्न में शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज ने भगवान बदरीविशाल जी के दर्शन किए । देशभर से आए भक्तों ने किए शंकराचार्य जी महाराज के मंगलमय दर्शन कर प्रसाद प्राप्त किया । अपराह्न 2:56बजे भगवान बदरीविशाल जी के कपाट विधि-विधान सहित सम्पन्न हुए ।

बदरीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति के अध्यक्ष श्री हेमंत द्विवेदी जी ने पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज के दर्शन प्राप्त किए । तथा आगामी शीतकालीन चारधाम यात्रा हेतु मार्गदर्शन प्राप्त किया । इस अवसर पर स्वामी प्रत्यक्चैतन्यमुकुंदानंद गिरि, बदरीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल , केन्द्रीय धार्मिक डिमरी पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी , स्वामी अप्रमेयशिवसाक्षात्कृतानन्द गिरि, सहजानन्द ब्रह्मचारी, अजय पाण्डेय, शिवानन्द उनियाल, कमलेशकान्त कुकरेती, शैलेष तिवारी, अखिलेश ब्रह्मचारी आदि उपस्थित रहे ।

