जोशीमठ। अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करवाने के बाद प्रथम बार ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ज्योर्तिमठ पहुंचे तो हजारों राम भक्तों और नगर वासियों ने उनका भव्य स्वागत किया नगर के प्रारंभिक सीमा द्वार से प्राचीन गद्दी ज्योर्तिमठ तक शोभा यात्रा निकाली गई इस दौरान भगवान श्री राम और भगवान नरसिंह के खूब जय घोष हुए।
शंकराचार्य वासुदेवानंद ने कहा कि मेरा तन चाहे कहीं भी रहे पर मेरा मन और प्राण हमेशा ज्योर्तिमठ में रहते हैं। और लंबे इंतजार के बाद भगवान राम अपने मंदिर में प्रतिष्ठित हुए हैं यह संपूर्ण भारतवासियों के लिए गौरव का विषय है।
शंकराचार्य वासुदेवानंद राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करवाने के बाद पहली बार ज्योर्तिमठ पहुंचे हैं इस उपलक्ष में यहां सात दिवसीय श्री राम कथा भी चलेगी 6 जून से 12 जून तक चलने वाली रामकथा में भगवान श्री राम को याद किया जाएगा और शंकराचार्य जी आशीर्वचन भी करेंगे।